The smart Trick of Shiv chaisa That Nobody is Discussing
The smart Trick of Shiv chaisa That Nobody is Discussing
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दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
लिङ्गाष्टकम्
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। Shiv chaisa भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
In moments which include these exactly where daily life has become so fast shiv chalisa in hindi that we barely come across time for you to pray, Shiva Chalisa will come as being a blessing for all of us.